शुक्रवार, 26 जून 2009
शादी करने वाले सावधान
इटावा। जो लोग शादी करने जा रहे है या फिर शादी की तैयारी में जुटे हैं, वह लोग अब हो जाये सतर्क। अब शादी में मध्यस्थ की भूमिका अदा करने वाले ऐसे लोग सक्रिय हो गये हैं, जो शादी करने वालो और उनके परिवार के लोगों को बडी मुसीबत में इस आधार से फंसा सकते हैं कि किसी गैर बिरादरी में आपका रिश्ता करा दें।इटावा जिले के भरथना इलाके के भोली गांव में एक ऐसी शादी का रिश्ता गैर बिरादरी में बनने से पहले ही टूटा गया। इस टूट चुकी शादी के बाद जो कुछ वाक्या सामने आया। उससे स्पष्ट हो चुका हैं कि शादी में एक ऐसे करीबी ने बीचमानी की, जो भूमिका अदा की वह बेहद शातिराना थी जिससे साफ हैं कि अगर यह शादी हो जाती तो जीती जी मक्खी निगलने जैसी स्थिति बन जाता,वह तो भला हो किसी सज्जन का जिसने शादी होने से पहले वर पक्ष को सारी स्थिति से अवगत करा दिया। इस लिहाज से गैर जातीय एक विवाह होने से बच गया, लेकिन इस सबके बाद मौके पर पुलिस जा पहुंची जिसने दूल्हे के भाई और शादी में मध्यस्थ की भूमिका अदा कराने वाले को हिरासत में ले लिया, काफी पूछताछ के बाद में जो कुछ तथ्य सामने आया उससे स्पष्ट हो गया हैं। शादी में बीचमानी की भूमिका अदा करने वाले शख्स ने तीस हजार रूपए की रकम इस आधार पर वर पक्ष से ले लिया कि वधू पक्ष वाले आर्थिक तौर पर कमजोर हैं।ऐसे में उनकी मदद के बिना पर बारात कि खातिरी कायदे से नहीं हो पायेगी, इसी आधार पर वर पक्ष की ओर से तीस हजार रूपए की रकम अदा कर दी गयी लेकिन जब बारात गांव में पहुंची तो हकीकत सामने आने पर शादी होने से पहले ही टूटी गयी। शादी जीवन का एक ऐसा बंघन है, जिसके लिये किसी भी तरह की हीला हवाली नहीं करनी चाहिये, कोई शख्स अगर भरोसे में रह कर कोई शादी जैसे बंधन में बंधने की काम करता है, तो लाजिमी है आने वाले दिनों मे बडी मुसीबत में सामजिक तौर पर फंस सकते है इस लिये शादी जैसा बंधन में किसी भी तरह की हीलाहवाली ना करें और बीचमानी के बजाय खुद देख परख कर विवाह बंधन में बंधे।
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दिनेश प्रयास अच्छा है लेकिन लोकल खबरों को इतना गलेमराइज मत करो कि उससे बीहड़ की छवि ही खराब हो जाए। वैसे भी बहुत अच्छी नहीं है। क्या बीहड़ में भलेमानुष नहीं रहते हैं।
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